tag:blogger.com,1999:blog-6627650493790128736.post592139113899595831..comments2023-10-10T07:49:40.027-07:00Comments on कुछ कुछ नहीं बहुत कुछ होता है: आखिर वो नक़ल क्यों न करेंBrijmohanShrivastavahttp://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6627650493790128736.post-57281485060258513112008-09-27T08:35:00.000-07:002008-09-27T08:35:00.000-07:00लाज़बाब मज़ा आ गया सर ... मेरे ब्लॉग पर सरकारी दोह...लाज़बाब मज़ा आ गया सर ... मेरे ब्लॉग पर सरकारी दोहे पढने के लिए आपको सादर आमंत्रण हैप्रदीप मानोरियाhttps://www.blogger.com/profile/07696747698463381865noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6627650493790128736.post-43129235513051661112008-09-14T06:32:00.000-07:002008-09-14T06:32:00.000-07:00समाज और परीक्षा में नक़ल की तुलना, बढ़िया है। पर सो...समाज और परीक्षा में नक़ल की तुलना, बढ़िया है। पर सोचो तो दोनों कितने अलग हैं।Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.com